हर रोज कॉफ़ी पीने के हानिकारक प्रभाव

कॉफ़ी

कभी कभार हम खुद भी यह मानाने लगते है कि रोज कॉफ़ी पीने शायद स्वास्थ्य के प्रति सेहतमंद होता होगा। यह बात सही है कि कभी-कभी कॉफ़ी पीने सेहत के लिए फायदेमंद होता है। 

रोज कॉफ़ी पीने

लेकिन अगर आप कॉफ़ी बिना किसी नागा के रोज पीते है तो यही कॉफ़ी आपको शारारिक एवं मानसिक रूप से प्रभावित कर सकती है और साथ ही सेहत को नुकसान भी पंहुचा सकता है।यह बात तो साफ़ है कि अगर आप कॉफ़ी नहीं पीते है तो शायद ही कोई डॉक्टर आपको इसको पीने की सलाह देगा।

कॉफ़ी

रोज कॉफ़ी पीने के सेहत के प्रति कुछ हानिकारक प्रभावों के बारे में इस पोस्ट में बताने जा रहे है- 

(1). यह आपके होर्मोनेस के संतुलन को बिगाड़ सकता है

होर्मोनेस के संतुलन

जीवन के मध्य में कभी कुछ होर्मोनेस जैसे एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन का स्तर ऊपर नीचे होने के कारण बेचैनी, नींद नहीं आना व असामान्य दिल की धड़कन होना जैसी परेशानियाँ होने लगती है। यह भी हो सकता है इस तरह के परेशानी पहली बार ही आपको महसूस हो सकती है।

होर्मोनेस के संतुलन

लेकिन जैसा हम जानते है कि कैफीन एक प्रकार का उत्तेजक रासायनिक तत्व है और अगर आप इसके प्रति संवेदनशील है तो यह आपको ज्यादा परेशानी दे सकता है। अगर हम दूसरे शब्दों में कहे तो महिलाओं में मीनोपॉज या उससे पहले की स्थिति में अगर आप बेचैनी या नींद सम्बन्धी परेशानी से जूझ रहे है तो कैफीन का अतिरिक्त डोज आपकी परेशानी को और भी ज्यादा बढ़ा सकता है।

(2). यह आपकी नींद को गायब कर सकता है

नींद को गायब

क्या आप कभी इस चिंता में रहते है की आपको नींद पूरी व अच्छी तरह से क्यों नहीं आती है या फिर पूरी रात आप करवटे क्यों लेते रहते है। बहुत ज्यादा कैफीन की मात्रा शरीर के नींद आने होर्मोनेस के संतुलन को बिगाड़ देती है। जब भी आप कॉफ़ी या फिर कैफीन वाले पेय पदार्थ लेते है तो ध्यान रहे कि कैफीन की मात्रा दिन भर में 400 मिलीग्राम से ज्यादा नहीं हो।

नींद को गायब-1

यह बात 2013 में हुई शोध में साबित हुई है की लोगों को नींद सम्बन्धी परेशानियाँ हुई है जब उन्होंने रात को सोने से तीन से छह घंटे पहले कॉफ़ी का सेवन किया था। इसका सीधा साधा मतलब है की अगर आप शाम को 4.00 बजे के बाद कॉफ़ी लेते है तो यह आपकी रातों की नींद को उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।   

(3). यह आपके पेट में गड़बड़ी पैदा कर सकती है

पेट में गड़बड़ी पैदा

एक कॉफ़ी पीने का फायदा यह भी है कि कॉफ़ी आपके पाचन तंत्र को अच्छा रखती है और अपशिष्ट पदार्थ को आसानी से शरीर के बाहर निकाल देती है। लेकिन यही कॉफ़ी एक सीमा से ज्यादा लेने से या रोज पीने से यह डायरिया, पतले दस्त और एसिडिटी जैसी परेशानियाँ को बढ़ावा दे सकती है।    

(4). यह आपको थकान महसूस करा सकती है

थकान महसूस

यह देखा गया है की जब हम थके हुए होते है तो एक कप चाय या फिर कॉफ़ी पीने का मन करता है। इसके साथ ही इनको पीने के बाद हम तारोताज़ा और स्फूर्ति महसूस करते है लेकिन क्या आप यह जानते है कि ऐसा हम थोड़ी देर के लिए ही फील कर पाते है। यह फीलिंग केवल कुछ समय के लिए ही होती है। उसके बाद फिर से हमें थकान महसूस होने लगती है व शरीर निढाल पढ़ जाता है।

इससे अच्छा तो यह होना चाहिए कि हम अपना ध्यान गहरी और अच्छी नींद के लिए लगाए, शरीर के अंदर पानी की कमी नहीं होने दे तथा खाने में पौष्टिक आहार लेवे जो दिनचर्या के कार्यों को सुचारु रूप से संपन्न कर सके।

(5). यह आपको कॉफ़ी की लत लगा सकता है

कॉफ़ी की लत

 

एक शोध जो की 2012 में किया गया था उससे यह साबित होता है कि जो लोग नियमित रूप से कॉफ़ी पीते थे और फिर जब उनको पूरे दिन में कॉफ़ी पीने को नहीं मिली तो उनको थकान, उबकाई और सिर दर्द जैसे परेशानियाँ ज्यादा हुई थी बनिस्पत उनके जो कभी-कभी कॉफ़ी का सेवन करते थे। इसका सीधा मतलब यह है कि रोज-2 कॉफ़ी पीने से शरीर कैफीन के लत के शिकार बन जाता है और जब उसी मात्रा में जब शरीर के अंदर कैफीन की मात्रा नहीं जाती है तो विभिन्न परेशानी होने लगती है। 

जिस प्रकार से कॉफ़ी पीने से कैफीन का असर हमारे शरीर पर अपना प्रभाव डालता है ठीक उसी प्रकार अगर किसी दिन हम कॉफ़ी न पिए तो हमारा शरीर कैफीन न मिलने से विभिन्न प्रकार से प्रतिकार करता है जैसे सिर में दर्द होना, आलस और बेचैनी का अनुभव करता है।

(6). यह आपके मानसिक संतुलन को बिगाड़ सकते है

मानसिक संतुलन

कैफीन क्योकि एक तरह के उत्तेजक पदार्थ है जो हमें जोश का अनुभव महसूस कराती है। हमारे दिमाग के भीतर होने वाले प्राकर्तिक रासायनिक स्त्राव को रोकने की वजह से हमें नींद का अनुभव नहीं होता है। कभी कभार कॉफ़ी पीने से कोई विशेष परेशानी नहीं होती है लेकिन अगर आप कॉफ़ी का नियमित सेवन करते है तो उस स्तिथि में आपको बेचैनी और चिंता का अनुभव होने लगता है।

मानसिक परेशानियाँ-1

2018 में हुई एक रिसर्च यह साबित करती है कि अत्यधिक कैफीन का सेवन न केवल बेचैनी व बेताबी को शुरू करती है। इसके साथ ही कई और मानसिक परेशानियाँ को भी जन्म देने लगती है। यह परेशानी उन लोगों को ज्यादा होने लगती है जिनको पहले से डिप्रेशन, बेचैनी, नींद नहीं आना, पेट से जुडी परेशानियाँ से पीड़ित होते है।    

(7). यह आपको बार-बार वाशरूम ले जा सकती है

बार-बार वाशरूम

अगर आपके शरीर के अंदर कैफीन का स्तर ज्यादा हो जाता है तो यह आपको बार-बार यूरिन करने के लिए वाशरूम जाने के लिए विवश कर सकती है। आपने भी यह महसूस किया होगा जब भी आप ज्यादा चाय या फिर कॉफ़ी पीते है तो आपको कुछ समय बाद ही वाशरूम को इस्तेमाल करना पड़ जाता है। अगर आप कैफीन वाले पेय पदार्थ ज्यादा पीते है तब भी आपको कम समय में जल्दी-2 यूरिन करने के लिए वाशरूम जाना पड़ता है।

(8). यह आपका ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती है

ब्लड प्रेशर को बढ़ा

आमतौर पर कैफीन के कारण ह्रदय सम्बन्धी बीमारी या फिर हार्ट अटैक होने का अंदेशा नहीं रहता है। लेकिन यह आपके ब्लड प्रेशर को जरूर बढ़ा देती है वोह भी इसलिए क्योंकि कैफीन हमारे नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है। हालाँकि बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर कभी-2 ह्रदय रोग सम्बन्धी परेशानी पैदा कर सकता है क्योकि बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर रक्त कोशिकाओं पर दबाव डालता है जो आगे चल कर ह्रदय और दिमाग के भीतर होने वाले रक्त संचार को प्रभावित कर सकता है।

(9). यह आपके ह्रदय के धड़कने की गति को बढ़ा सकता है

ह्रदय के धड़कने की गति

कॉफ़ी में मौजूद कैफीन के कारण यह हमारे स्नायुओं को चौकन्ना कर देता है और साथ ही नर्वस सिस्टम भी अलर्ट स्तिथि में आ जाता है। इस कारण हमारे ह्रदय की धड़कने की गति बढ़ जाती है। यह उन युवाओं में देखने को मिलता है जो बाजार में मिलने वाले एनर्जी ड्रिंक का सेवन करते है। हालाँकि यह बढ़ी हुई धड़कन आम इंसान के लिए कोई खास परेशानी नहीं देती है लेकिन ह्रदय रोग और ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्तिओं के लिए परेशानी की वजह बन सकते है।

सारांश

कम और नियंत्रित मात्रा में कॉफ़ी का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा व सेहतमंद होता है।

स्त्रोत