सतर्क रहे अत्यधिक व्यायाम के 5 दुष्प्रभावों से!
नियमित 30 से 40 मिनट्स वर्कआउट करने से आपकी सेहत और स्वास्थ्य में काफी बेहतर हो सकता है। आपके चोट लगने की संभावना कम हो सकती है। आप अपने वजन को संतुलित और नियंत्रण में रख सकते है। आप किसी पुराने और स्थायी बीमारी को कम कर सकते है एवं इस प्रकार अपने स्वस्थ्य जीवन को लंबे समय तक एन्जॉय कर सकते है।
अगर आप खुद को यह सोच कर अधिक वर्कआउट कर रहे है की आप ज्यादा फायदा उठा सकोगे तो फिर यह आपकी बहुत बड़ी भूल है। अत्याधिक कसरत करने से आप बहुत सी शारारिक और मानसिक परेशानियों से भी घिर सकते है।
1. आप सदैव थका महसूस करेंगे
अति अभ्यास करने से न केवल आपकी क्षमता को कम करता है बल्कि आपको हमेशा थका हुआ महसूस करा सकता है। अगर आप रात में 7 से 8 घंटे की नींद लेते है और सुबहः पौष्टिक नाश्ता करते है तब भी आप अपने को निढाल महसूस कर सकते है। हम को हमारी सीमाएं समझनी चाहिए और अपने शरीर को पर्याप्त समय देना चाहिए दो सेशन के बीच में। बहुत अधिक तीव्र व्यायाम आपके शरीर से स्ट्रेस होर्मोनेस को छोड़ता जिनकी वजह से आप अपने को थका और निढाल महसूस करते है।
2. आपका प्रदर्शन स्तर गिर सकता है
जब आप अपने को लिमिट से अधिक पुश करते है तो आपकी मांसपेशियां कड़क हो जाती है। जिसकी वजह से आपकी क्षमता का स्तर गिर जाता है। अगर आप पहले 1 किलोमीटर 5 मिनट में निकाल पाते थे तो अधिक वर्कआउट की वजह से अब आपका समय बढ़ जायेगा। यह स्थिति आपको लिए थोड़ा परेशान कर सकती है जिसका समाधान केवल दो वर्कऑउट्स सेशंस के बीच में अपने शरीर को आराम देना है।
3. चोट लगने की अधिक संभावना
अगर आप उन कुछ लोगों में से है जो इंटेंस वर्कआउट करने के आदि नहीं है तो अपने आप को कष्ट न दे। अपने आप में बहुत अधिक कठोर होने से से आप खुद का ही नुकसान करवा लेंगे व चोट लगवा लेंगे। मांसपेशी का दर्द, जोड़ों का दर्द, कमर का दर्द कुछ ऐसी ही आम समस्या है जो आपको हफ़्तों तक अपने निर्धारित ट्रेक से दूर कर देंगे।
4. अनिद्रा की अवस्था
जब आप संतुलित वर्कआउट करते हो आपका शरीर रिलैक्स करता है और वह अच्छी नींद को उभरता है। लेकिन जब आप अपने को लिमिट से ज्यादा वर्कआउट कराते है तो वह केवल आपको रात में बेचैन करवटें देगा। आपकी मासपेशियां कड़क हो जाएँगी और आप आपने को व्याकुल महसूस करेंगे व सोने में मुश्किल होगी।
5. कमजोर मानसिक स्थिति
व्यायाम करने से आपका शरीर डोपामाइन नामक हॉर्मोन रिलीज़ करता है जो आपके मूड को अच्छा रखने सहायक होता है। लेकिन अत्यधिक वर्कआउट इसके बिलकुल विपरीत प्रभाव देता है। यह कोर्टिसोल नाम के हॉर्मोन को शरीर में छोड़ता करता है जो मूड ख़राब करना, पुराने तनाव, बेचैनी और डिप्रेशन जैसी बीमारियों को बढ़ावा देते है।
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