आज हम आपको पेट के कैंसर के शुरुआती संकेतों के बारे में बात करेंगे और जानेगे की किस प्रकार के संकेतों से हम पेट के कैंसर होने का अनुमान लगा सकते है। लेकिन इस पोस्ट में दिखाए और बताए गए संकेतों को पूरी तरह से हम कोलन (पेट) का कैंसर होना नहीं कह सकते है, इसलिए अपने हेल्थ कंसलटेंट अथवा डॉक्टर से अच्छी तरह परामर्श अवश्य ले।
यह देखा गया है की कुछ लोंगो के पेट में अक्सर गड़बड़ी रहती है और आगे चल कर यह एक गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है। इसी प्रकार कोलन कैंसर जिसे हम पेट का कैंसर भी कह सकते है उसको शुरुआती समय में ही सही इलाज से कण्ट्रोल किया जा सकता है। कोलन कैंसर को डॉक्टरी भाषा में बड़ी आंत का कैंसर भी कहते है।
यह कैंसर दुनियाभर में तेजी से फैलने वाली कैंसर की तीसरी किस्म है। इस कैंसर की शिकायत होने पर व्यक्ति को पेट से जुडी प्रोब्लेम्स जैसे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, बवासीर और कब्ज की शिकायत रहती है। तो फिर हम शुरू करते है उन संकेतों से जिनसे हम इस बीमारी के शरुआती लक्षणों को पहचान सकते है।
1. स्टूल में ब्लड: अगर आपके स्टूल में ब्लड आये तो इसे इग्नोर न करे। कोलन कैंसर में स्टूल के साथ ब्लड आने की प्रॉब्लम होती है।
2. वजन घटना: अगर आपकी डाइट या फिर एक्सरसाइज में कोई बदलाव किये बिना अचानकआपका वजन घटने लगे तो यह कोलन कैंसर के संकेत हो सकते है।
3. पेट फूलना: कोलन कैंसर की वजह से पेट कि पाचनशक्ति कमजोर हो जाती है और ऐसे में बार-बार पेट फूलने की प्रॉब्लम हो सकती है।
4. पेट में दर्द: पेट के निचले हिस्से में अक्सर दर्द या फिर ऐंठन महसूस हो तो तुरन्त डॉक्टर से परामर्श ले ये कोलन कैंसर भी हो सकता है।
5. कमजोरी: व्यक्ति का अक्सर कमजोरी महसूस करना। थोड़ा काम करने पर ही थक जाना यह कोलन कैंसर की निशानी हो सकते है।
6. बाउल हैबिट्स में बदलाव: अगर किसी व्यक्ति के बाउल हैबिट्स में अचानक बदलाव आता है या फिर कब्ज या फिर लूज़ मोशन की शिकायत बनी रहती है तो भी यह कोलन कैंसर होने के संकेत हो सकते है।
7. पेट साफ न होना: अगर पेट सही तरह से साफ नहीं हो पा रहा है या फिर बार-बार टॉयलेट जाने की जरुरत महसूस हो तो यह लक्षण कोलन कैंसर के हो सकते है।
8. वोमिटिंग: बार-बार वोमिटिंग होना या फिर जी मिचलाना जैसी शिकायत होना भी कोलन कैंसर के संकेत हो सकते है।
आखिर किन व्यक्तियों को कोलन कैंसर हो सकता है-
1. मोटे लोग: वे व्यक्ति जिनका वजन अधिक है उन्हें कोलन कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।
2. फिजिकली इनएक्टिव: जो लोग शारारिक श्रम बिलकुल न के बराबर करते है, ज्यादा चलते फिरते नहीं और लगातार बैठे रहते है और जरुरी फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते है उन लोगों में कोलन कैंसर की आशंका अधिक रहती है।
3. अनहैल्थी डाइट लेने वाले: जो लोग ज़्यादातर ऑयली और फैटी खाना खाते है। अपनी डाइट में ग्रीन वेजटेबल्स नहीं लेते है, पर्याप्त मात्रा में फल और होल ग्रेन नहीं लेते है उन्हें कोलन कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।
4. मांसाहारी: जो व्यक्ति नॉन-वेजीटेरियन डाइट लेता है या फिर रेड या प्रोसेस्ड मीट ज्यादा खाता है उसे कोलन कैंसर होने का खतरा बना रहता है।
5. शराब: ज्यादा शराब पीने वाले लोगों में कोलन कैंसर होने की अधिक संभावना रहती है।
6. फॅमिली हिस्ट्री: अगर किसी के फॅमिली हिस्ट्री में कोलन, यूट्रस, ब्रैस्ट या फिर कोई अन्य प्रकार के कैंसर की शिकायत रही है तो उसको कोलन कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है।
कोलन कैंसर से सम्बंधित अधिक जानकारी और उसके संकेतों के बारे में जानने के लिए नीचे दिए गए वीडियो को ध्यानपूर्वक देखे, शेयर व लाइक करे। इस पोस्ट के बारे में अपने बहुमूल्य कमैंट्स अवश्य दे।
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